LIC Policy : आपको बता दें हमारे देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी नए साल में एक बड़ा ही बदलाव करने जा रही है. जी हां को बता दे भारतीय जीवन बीमा निगम ने इस बदलाव को लेकर संशोधन बिल भी पास करवा लिया है. और अब इसके कम अपोजिट लाइसेंस क्लोज पर विचार भी किया जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह बताया जा रहा है कि एलआईसी के इस चेंज से आवेदकों को बड़ा ही फायदा मिलेगा. इसके साथ ही एलआईसी इंश्योरेंस से जुड़े नियमों में इस साल कई सारे बदलावों की भी तैयारी की जा रही है. तो कौन-कौन से होगी यह बड़े नियम और बदलाव तो आइए इसके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।
एक से अधिक कैटेगरी के लिए करे आवेदन
आपको बता दें कि प्रस्तावित विधेयक में यह प्रावधान है कि यदि कोई आवेदक किसी भी श्रेणी के बीमा व्यवसाय की एक या एक से अधिक श्रेणियों के लिए पंजीकरण और आवेदन कर सकता है।
समग्र लाइसेंस का क्या लाभ है?

इसके साथ ही आपको बता दें कि अगर किसी कंपनी के पास कंपोजिट लाइसेंस है तो वह इस स्थिति में एक ही कंपनी के जरिए सामान्य और स्वास्थ्य बीमा दोनों सेवाएं दे सकती है। इसके लिए उन्हें अलग से बीमा नहीं कराना होगा।
LIC पर फिर से रोक है
एजेंसी के मुताबिक, एलआईसी बीमा संशोधन विधेयक पारित होने की स्थिति में जीवन LIC निगम अधिनियम, 1956 को ध्यान में रखते हुए समग्र लाइसेंस और बीमा से जुड़े अन्य सभी मुद्दों पर विचार किया जाएगा। कंपनियों को बीमा व्यवसाय की किसी अन्य श्रेणी के लिए पंजीकृत होने से रोक दिया गया है।
बिल टेबल पर रखा जा सकता है
माना जा रहा है कि insurance act 1938 और इंश्योरेंस रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी एक्ट 1999 में संशोधन के लिए यह बिल इसी साल बजट में पेश किया जा सकता है। फिलहाल वित्त मंत्रालय बीमा कानून में बड़े बदलाव करने की योजना बना रहा है।
Policy holders को अच्छा रिटर्न मिलेगा
वित्त मंत्रालय पॉलिसीधारकों को बढ़ावा देने और उनके हितों को ध्यान में रखते हुए बीमा कानून में बड़े पैमाने पर बदलाव करने की योजना बना रहा है। इससे पॉलिसीधारकों को अच्छा रिटर्न मिलने के अलावा बाजार में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे, जिससे आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।